‘ठीकेदारिन कहते हैं उसे मज़दूर-रेज़ा, नेता-परेता। ठाठ तो देखिए...ठाड़े-ठाड़े गरियाती है लेबरों, अफसर... ‘ठीकेदारिन कहते हैं उसे मज़दूर-रेज़ा, नेता-परेता। ठाठ तो देखिए...ठाड़े-ठाड़े गरि...
कड़कड़ाती ठंड मे वो ठिठुरती हुई एक फटी - सी मैली चादर अपने बदन पे लपेट कर ठंड से बचने की नाकाम कोशिश क... कड़कड़ाती ठंड मे वो ठिठुरती हुई एक फटी - सी मैली चादर अपने बदन पे लपेट कर ठंड से ब...
और खत्म हो गई फूल से कैक्टस बनने की कहानी जो समाज ने उनको दिया था। और खत्म हो गई फूल से कैक्टस बनने की कहानी जो समाज ने उनको दिया था।
"हमारे यहां अनजान महिला को बहन कह कर बुलाते हैं! "हमारे यहां अनजान महिला को बहन कह कर बुलाते हैं!
प्रवीन अपने आंसुओं को रोककर बस यह सोच रहा था कि यह कैसा आर्थिक संतुलन है जिसने मानसिक स प्रवीन अपने आंसुओं को रोककर बस यह सोच रहा था कि यह कैसा आर्थिक संतुलन है जिसने म...
हम लड़कों की एक हल्की आहट से, हल्के अंधेरों में औरतें खुद को महफूज़ नहीं समझती! हम लड़कों की एक हल्की आहट से, हल्के अंधेरों में औरतें खुद को महफूज़ नहीं समझती!